-शैल्टर होम में सोशल डिस्टेंसिंग व सैनिटाईजेशन,मैडिकल केयर पर विशेष फोकस: जिलाधीश
-- जिला के 17 अस्थायी शैल्टर होम में 1624 नागरिक ठहराए गए हैं
--वरिष्ठ अधिकारी कर रहे हैं व्यवस्थाओं की निरंतर निगरानी
- - कठिन परिस्थितियों में जिलावासियों का सहयोग सराहनीय- बोले डीसी यशेन्द्र सिंह
रेवाड़ी 2अप्रैल (नवीन शर्मा) जिलाधीश यशेन्द्र सिंह ने बताया कि कोरोना की रोकथाम के लिए घोषित लॉकडाउन के दौरान नागरिकों को कम से कम घर से बाहर आना पड़े इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा सभी संभव प्रयास किए जा रहे हैं। प्रवासी नागरिकों के लिए अस्थायी शैल्टर बनाए गए हैं। इनमें रहने व भोजन की व्यवस्था की गई है। कठिन समय में सभी जिलावासियों से सहयोग की अपेक्षा है, अच्छी बात यह है कि जिलावासी कठिन परिस्थितियों में दिल खोलकर सहयोग व मदद कर रहे हैं।
जिलाधीश ने कहा कि शैल्टर होम में ठहरे नागरिकों के लिए खादय सामग्री, भोजन, सफाई आदि की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। जिला में कुल 23 अस्थायी शैल्टर होम्स बनाए गए हैं। फिलहाल 17 शैल्टर होम में 1624 नागरिक ठहरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना की रोकथाम के लिए सोशल डिस्टेंसिंग मूल मंत्र है, इसलिए सभी नागरिक सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखें ताकि कोरोना जैसी महामारी को रोक सकें।
जिलाधीश यशेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रत्येक शैल्टर होम के लिए कैंप मैनेजर नियुक्त किया गया है। कैंप मैनेजर को शैल्टर होम में 24 घंटे मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन का प्रयास है कि महिला व पुरूषों के लिए अलग -अलग व्यवस्था, स्तनपान करा रही माताओं के लिए दूध की व्यवस्था, शुद्घ पेयजल, महिलाओं के लिए सेनेटरी पैडस, टिशु पेपर, डिस्पोजल पेपर, टॉयलेट आदि की सुविधा की गई हैं। चिकित्सों द्वारा प्रतिदिन शैल्टर होम का दौरा किया जा रहा है। शैल्टर होम में विभिन्न धर्म गुरूओं के प्रवचन व मनोचिकित्सकों से परामर्श दौरे करवाने की व्यवस्था भी की जा रही है। सोशल डिस्टेंसिंग, स्वच्छता व सैनिटाईजेशन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं।
जिला में बनाए गए शैल्टर होम राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय कापड़ीवास में 66, श्रीमति संतोष धर्मशालाा धारूहेड़ा में 36, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय धारूहेडा 69, आरडीएस स्कूल धारूहेड़ा में 31, जैन ब्वायज सीनियर सकैण्डरी स्कूल रेवाड़ी में 235, सतीश सीनियर सकैण्डरी स्कूल व कॉलेज रेवाड़ी में 162, सैनी स्कूल रेवाडी में 112, नव ज्योति पब्लिक स्कूल पीथड़ावास में 61, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय संगवाड़ी में 108, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय जाटूसाना में 177, सविता सीनियर सकैण्डरी स्कूल डहीना में 38 नागरिक रह रहे है।
वहीं बावल में बनाए गए शैल्टर होम राधा स्वामी सत्संग व्यास बावल में 24, रामकिशन महलावत भवन बावल में 67, सूरज पब्लिक स्कूल एचएसआइआईडीसी बावल में 245, राजकीय माध्यमिक विद्यालय सुठाना में 43, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय बोलनी में 51 नागरिक रह रहे है। राजकीय आईटीआई कोसली में 99 नागरिक रह रहे हैं।
जिला में बनाए गए शैल्टर होम में रह रहे नागरिकों की नशा मुक्ति पर समाज कल्याण विभाग द्वारा काउंसलिंग की गई। शैल्टर होम में रह रहे नागरिकों को नशावृति के दुष्परिणाम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। विशेषज्ञों ने शैल्टर होम में रह रहे नागरिकों को व्यक्तिगत स्वच्छता के बारे में भी जागरूक किया।