Thursday, 16 April 2020

लॉकडाउन में हैल्प लाइन नंबर बने आमजन की लाइफलाइन

-- जरूरतमंद को भोजन, हैल्थ, शैल्टर, सैनिटाईजेशन,काूनन व्यवस्था,वाहन परमिश,किराया, वेतन आदि की समस्या होने पर डायल किजिए टोल फ्री नंबर 1950 
- हर कॉल की हो रही मॉनीटरिंग, कॉलर्स से मिल रहा प्रभावी फीडबैक : डीसी
 रेवाड़ी, 16 अप्रैल(नवीन शर्मा)लॉकडाउन में केवल अतिआवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकल सकते हैं, सोशल डिस्टेंसिंग के साथ। जिला प्रशासन द्वारा जिला रेवाड़ी में कोरोना की रोकथाम के लिए लॉकडाउन को पूरी सख्ती से लागू किया गया है । लॉकडाउन में आमजन की समस्याओं का तत्काल समाधान करने , जानकारी मुहैया करवाने और जरूरत पडऩे पर राहत पंहुचाने के लिए सीधा संवाद जरूरी है। उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने इस संकट की घड़ी में आमजन के साथ सीधा संवाद स्थापित रखने के लिए जिला लघु सचिवालय स्थित में हाईटेक कॉल सेंटर स्थापित किया। 24 बाई 7 कार्यरत टोल फ्री नंबर 1950 (पीआरआई )दस लाइन के साथ ताकि आमजन को इस कठिन समय में तत्काल जवाब मिले। 
1950 पर नो वेंटिंग टाइम व वाहन परमिशन दो घंटे में 
जिलाधीश ने बताया कि आमजन लॉकडाउन के दौरान मदद के लिए टोल फ्री  नंबर 1950 (दस लाइन पीआरआई )पर डायल करें। जरूरतमंद को भोजन, हैल्थ, शैल्टर, सैनिटाईजेशन,काूनन व्यवस्था,वाहन परमिश,किराया, वेतन आदि की समस्या होने पर सही सहायता व सलाह मिलेगी। वाहन ई-पास के लिए ई-मेल saralharyana.gov.in पर अप्लाई करने की सुविधा दी गई है।
 कोविड-19 की रोकथाम व उपचार के लिए हेल्प लाइन नंबर 01274-250764 मोबाइल नंबर 9466777510 और स्टेट हैल्प लाइन नंबर 1075 व 8558883911 पर मदद लें सकते हैं। ये नंबर 24 घंटे सेवा में उपलब्ध हैं । बाजार में कालाबाजारी व जमाखोरी के लिए 01274-255214 पर संपर्क करें। जबकि आवश्यक वस्तुओं के निर्माण करने वाली औद्योगिक इकाईयों को अनुमति के लिए 8284800126 ई-मेल  jddic.permission@gmail.com पर अप्लाई करने की सुविधा दी गई है। इन नंबर्स पर आने वाली कॉल्स का पूरा रिकार्ड अपडेट किया जाता है। 
उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने बताया कि  जिला सचिवालय में बनाए गए हैल्पलाइन कॉल सेंटर के लिए जिला आबकारी एवं कराधान आयुक्त प्रियंका यादव को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है तथा टोल फ्री नंबर 1950 पर आने वाली कॉल्स की मॉनीटरिंग के लिए नायब तहसीलदार नरेंद्र कुमार (अंडर ट्रेनिंग) व वाहन परमिशन पर नायब तहसीलदार (अंडर ट्रेनिंग) निशा तंवर को नियुक्त किया गया है। डीईटीसी ने बताया कि ज्यादातर कॉल वाहन परीमिशन और भोजन से संबंधित होती हैं।
नायब तहसीलदार नरेंद्र ने बताया कि अगर किसी कॉलर को राशन या भोजन की जरुरत है तो तुरंत संबंधित एरिया की टीम को अवगत करा दिया जाता है और संबंधित टीम की ओर से डिस्पॉज ऑफ होने की जानकारी मिलते ही कॉलर से फीडबैक भी लिया जाता है। उन्होंने बताया कि हेल्पलाइन पर लोगों की शिकायत, प्रभावी सुझाव व प्रश्न आते हैं जिनमें राशन या खाद्य सामग्री की आवश्यकता, मूवमेंट पास, एरिया को सेनेटाइज करने, आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता संबंधी जानकारी मिलती है। उन्होंने बताया कि  1950 प्रतिदिन औसत 250 से ज्यादा कॉल आ रही हैं। लॉकडाउन की अवधि बढऩे पर 1950 पर आने वाली कॉल भी बढ़ी हैं।