--कोरोना से लडऩे के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्घति अपनाए आमजन
--रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में आयुर्वेद के उपाय साबित होंगे रामबाण
रेवाड़ी, 8 अप्रैल(नवीन शर्मा) उपायुक्त यशेन्द्र सिंह ने कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से से बचने व अच्छे खानपान से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय भारत सरकार ने एडवाइजरी जारी की है। आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्घति सदियों पुरानी प्रमाणिक चिकित्सा पद्घति है। इसे अपनाकर हम अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा कोरोना के संक्रमण की रोकथाम को लेकर एडवाइजरी जारी की है, जिसकी मदद से कोरोना के खिलाफ जंग में हम खुद को और अधिक मजबूत बना सकते हैं।
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए क्या करें?
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के सुझाव के मुताबिक दिन भर गर्म पानी पीते रहें। साथ ही घर पर रहकर दिन में 30 मिनट तक योगासन व प्रणायाम करें। हल्दी, धनिया, जीरा, लहसुन का खाने में प्रयोग करें और सुबह एक चम्मच च्यवनप्राश खाएं। मधुमेह के रोगी सुगर फ्री च्यवनप्राश का सेवन करें। उन्होंने कहा कि इसके अलावा दिन में एक या दो बार हल्दी मिला हुआ दूध पीएं। हर्बल चाय, तुलसी काढ़ा, दालचीनी, कालीमिर्च, सौंठ व मुनक्का का दिन में कम से कम दो बार प्रयोग करें। इसके अलावा जरूरत के अनुसार नींबू पानी का सेवन कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना से बचने के लिए सामान्य आयुर्वेदिक उपचार जैसे सुबह और शाम तिल या नारियल का तेल या घी दोनों नासिका छिद्रों में लगाएं, एक चम्मच नारियल या तिल के तेल दो-तीन मिनट के लिए मुंह में घुमाकर थकें और फिर गर्म पानी से कुल्ला कर लें। सूखी खांसी या खराश के लिए अजवाइन या पुदीने के पत्ते डालकर गर्म पानी से भाप लें। दिन में दो-तीन बार लौंग के पाउडर में शहद मिलाकर सेवन करें।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए आयुर्वेदिक पद्घतियां अपनाकर हम खुद को स्वस्थ रखेंगे तो कोरोना के लक्षण दिखने पर भी उससे आसानी से लड़ा जा सकता है।
डीसी ने कहा कि निश्चित तौर पर इन दिशा निर्देशों का पालन करक हर कोई आने वाले खतरे से बच सकता है. आयुष मंत्रालय के सुझाव को अपने जीवन में अवश्य उतारें। साथ ही लोगों को भी इन दिशा-निर्देशों का पालन करने का सुझाव दें।