लॉकडाउन के बाद अखाड़ा परिषद हरिद्वार में बैठक कर आंदोलन की रणनीति बनाएगा:-महंत धीरजगिरी
रेवाड़ी, 21 अप्रैल(नवीन शर्मा) जिले के गांव गोकलपुर स्थित प्राचीन शिव मंदिर के महंत एवं जूना अखाड़ा काशी पीठ के श्रीमहंत थानापति स्वामी धीरज गिरि ने दो साधुओं की नृशंस हत्या की कड़ी निंदा की। उन्होंने सरकार से मांग की कि सरकार साधु समाज की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
जारी बयान में धीरजगिरि ने बताया कि महाराष्ट्र के पालघर जिले के एक गांव में जब ब्रह्मलीन संत को समाधि देने जाते साधु-संतों पर पुलिस की मौजूदगी में एक धर्म विशेष के लोगों द्वारा हत्या करना न केवल कानूनन अपराध है बल्कि सामाजिक विकृति को भी दर्शाता है। इस मामले पर न केवल महाराष्ट्र सरकार बल्कि केंद्र की मोदी सरकार को भी कड़ा संज्ञान लेना चाहिए ताकि भविष्य में साधु समाज पर हमला करने की कोई हिमाकत न करें। उन्होंने कहा कि साुध, संत, संन्यासी हमेशा शांतिपूर्ण ढंग से तप और जनसहयोग से राष्ट्र विकास में योगदान देते हैं। समाज और मानव कल्याण में पूरा जीवन व्यतीत करते हैं। साधु हमेशा समाज को समानभाव और सर्वधर्म का संदेश देते हैं। लेकिन पालघर की घटना ने मानवता और सामाजिकता को कलंकित किया है।
धीरजगिरि ने बताया कि लॉकडाउन के बाद अखाड़ा परिषद हरिद्वार में बैठक कर आंदोलन की रणनीति बनाएगा। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को चेताया कि यदि हत्यारों के विरूद्ध शीघ्र कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो साधुसमाज आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेगा।