Friday, 8 January 2021

रेवाड़ी जिला प्रशासन के खिलाफ पत्रकारों में रोष

रेवाड़ी 8 जनवरी(नवीन शर्मा)रेवाड़ी के पत्रकारों की एक बैठक आज सेक्टर 1 स्थित मीडिया सेंटर में आयोजित की गई। इस बैठक में मौजूद सभी पत्रकारों ने जिला प्रशासन के उन अधिकारियों के नकारात्मक रवैया को लेकर गहरा रोष व्यक्त किया, जिनकी ओर से पत्रकारों के खिलाफ लगातार दुर्व्यवहार किया जा रहा था। सभी पत्रकारों ने एक सुर में जिला उपायुक्त सहित अतिरिक्त जिला उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक रेवाड़ी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी व जिला शिक्षा अधिकारी व नगर परिषद के अधिकारियों की ओर से पत्रकारों के प्रति बरती जा रही भूमिका की कड़े शब्दों में निंदा की। वहीं इस दौरान पत्रकारों द्वारा जिला प्रशासन की तरफ से मिलने वाली तमाम खबरों का बहिष्कार करने का फैसला भी लिया गया।
इस मौके पर पत्रकारों ने प्रशासन की कार्यशैली पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि रेवाड़ी का मीडिया लगातार सरकार और प्रशासन का प्रचार और प्रसार करने में पीछे नहीं रहा है, लेकिन इसके बावजूद जिला प्रशासन के कुछ अधिकारी मीडिया के कार्यों में बाधा डाल रहे हैं। उन्होंने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों की भी कड़े शब्दों में निंदा की, जिनकी ओर से अस्पताल परिसर में बोर्ड लगाकर तस्वीरें लेने पर पाबंदी लगाई हुई है। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन ऐसा करके स्वास्थ्य विभाग की कमजोरियों को दबाना चाहता। ऐसा ही रवैया जिला शिक्षा अधिकारी व नगर परिषद अधिकारियों के द्वारा भी बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगले 1 सप्ताह में अगर जिला प्रशासन की ओर से अपना रवैया नहीं सुधारा गया तो रेवाड़ी के पत्रकार और भी कड़ा निर्णय लेने को विवश होंगे।

Saturday, 2 January 2021

माउंट एवरेस्ट विजेता आशा झाझड़िया की एक और उपलब्धि, पीएचडी की डिग्री हासिल की

माउंट एवरेस्ट विजेता आशा झाझड़िया की एक और उपलब्धि, पीएचडी की डिग्री हासिल की
रेवाड़ी, 2 जनवरी (नवीन शर्मा)
रेवाड़ी निवासी माउंट एवरेस्ट विजेता आशा झाझड़िया ने नववर्ष के आगमन के साथ अपने जीवन की एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम की है।
आशा ने 42 वर्ष की उम्र में सिंघानिया विश्वविद्यालय झुंझुनू (राजस्थान) से प्रो उमाशंकर यादव के कुशल निर्देशन में अंग्रेजी साहित्य में शोध कार्य कर पीएचडी की डिग्री प्राप्त की है। उनकी इस उपलब्धि पर परिवार जनों, शुभचिंतकों एवं मित्रों को गर्व है।
उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरु प्रो डॉ उमाशंकर, पति अजय सिंह एएसआई, अपने बच्चे प्रेरणा व तन्मय एवं प्रो सूर्यपाल यादव को दिया है। सिंघानिया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ उमाशंकर यादव ने उन्हें पीएचडी की डिग्री से अलंकृत किया और बधाई दी। उनकी इस उपलब्धि पर अनेक सामाजिक संगठनों, मित्रों एवं सहयोगियों ने बधाई के साथ सम्मानित किया।
गौरतलब है कि 22 मई 2017 को 39 वर्ष की उम्र में दो बच्चों की माँ होते हुए नौकरी पेशा, हिम्मत वाली आशा ने अपनी व्यवस्थाओं व आर्थिक तंगी को मात देते हुए विश्व के सर्वोच्च शिखर माउंट एवरेस्ट 8848.86 मीटर की ऊंचाई पर 2 वर्ष के कठिन परिश्रम के बाद प्रथम प्रयास में ही फतेह हासिल की और अपने तिरंगे के साथ "बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ" और "महिला सशक्तिकरण" का झंडा फहराया तथा भारत का पूरे विश्व में सम्मान बढ़ाया।